आवाज विदर्भ नागपुर चैंनल दलित आदिवासियों पर होनेवाले अन्याय अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करने के लिए शुरू किया है दबे कुचले समाज को सम्मान से जीने के लिए ,सामाजिक आर्थिक,शैक्षणिक अधिकार की लड़ाई लड़ेंगे।किसी भी धर्म या जाति के खिलाफ हमारी लड़ाई नही।केवल अन्याय अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करेंगे...हमारे चैंनल को सपोर्ट करें, सब्सक्राइब अवश्य करें ं।

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OMG! बीमार हुए भगवान की वैद्य ने टटोली नब्ज,दवाई भी दी,ठीक होने में लगेगा वक्त

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अनुज गौतम/सागर. जगत के पालनहार भगवान जगन्नाथ पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं. उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से अब वैद्य को इलाज के लिए बुलाया गया. वैद्य ने भगवान की नब्ज को टटोला. उनकी नाड़ी देखकर उसके हिसाब से औषधियां भी दीं. जिनका वह सेवन करेंगे और रथ यात्रा से पहले वह पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएंगे.

जेठ माह की पूर्णिमा को भगवान गर्भगृह से बाहर निकले थे, जहां 108 घरों से उनका जलाभिषेक किया गया था. इसके बाद उन्हें जब वापस सिंहासन पर बैठाया तो यह महसूस हुआ कि वे अस्वस्थ हो गए हैं. यहां के पुजारी पुरोहितों ने भगवान को लू लगने की आशंका को देखते हुए कुछ दिन तक उन्हें आराम कराया.  उन्हें लगा कि शायद भगवान जगन्नाथ स्वामी, बहन सुभद्रा और भाई बलदाऊ जल्द ठीक हो जाएंगे, लेकिन जब उनका स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता गया तो इसके बाद भगवान की इच्छा पर नगर के वैद्य अंबिका तिवारी को बुलाया गया.

भगवान का स्वास्थ्य जांचने वैद्य अंबिका तिवारी मंदिर पहुंचे. भगवान के बीमार होने के बाद उनके स्थान पर केवल मुकुट रखे हुए मिले. भगवान एक दूसरी जगह पर गर्भगृह में हैं और 15 दिन तक श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं देते हैं. सागर जिले की गढ़ाकोटा की पटेरिया क्षेत्र में स्थित जगदीश स्वामी का 257 साल पुराना मंदिर है, तब से ही यहां पर रथ यात्रा निकालने की परंपरा है, जिसमें हजारों लोग यात्रा में शामिल होने के लिए पहुंचते हैं.

रथ यात्रा से 15 दिन पहले बीमार हो जाते हैं भगवान

माना जाता है कि जो भक्त जगन्नाथ पुरी की रथयात्रा में शामिल नहीं हो पाता है वह गढ़ाकोटा की रथ यात्रा में शामिल हो जाए तो उसे भी उतना ही पुण्य मिलता है. रथ यात्रा से 15 दिन पहले मान्यताओं के मुताबिक, भगवान अपनी बहन और भाई के साथ बीमार हो जाते हैं और 15 दिन तक अलग-अलग प्रकार से भगवान की देखभाल की जाती है. अब रथ दोज पर वह जनकपुर जाने के लिए निकलेंगे, जहां पूरे नगर में उनका जगह-जगह पर स्वागत किया जाएगा, तिलक किया जाएगा और आरती उतारी जाएगी.

Tags: Jagannath Rath Yatra, Latest hindi news, Local18, Mp news, Sagar news

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